1 गंदगी में पूजा ना करें – माँ दुर्गा वहीं विराजती हैं जहाँ सफाई और शुद्धता होती है, इसलिए पूजा स्थल को साफ रखें।

2 तामसिक भोजन से परहेज करें – नवरात्रि आत्मशुद्धि का समय है, मांस-मदिरा, लहसुन-प्याज खाने से ऊर्जा नकारात्मक हो सकती है।

3 क्रोध और अहंकार से बचें – भक्ति में मन लगाएं, गुस्सा और बुरे विचार त्यागें, तभी सच्ची पूजा का फल मिलेगा।

4 कन्या पूजन न भूलें – छोटी कन्याओं का सम्मान और भो जन कराना माँ दुर्गा का साक्षात पूजन है, इसे टालना अशुभ माना जाता है।

5 दान-पुण्य से मुंह न मोड़ें – ज़रूरतमंदों की मदद करें, क्योंकि असली भक्ति सिर्फ मंदिर में नहीं, बल्कि अच्छे कर्मों में भी होती है।